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शापित डायन | Shapit Daayan | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

आज की इस कहानी का नाम है - शापित डायन। यह एक Chudail Aur Daayan Ki Kahani है। तो अगर आपको भी Daravani Kahaniya, Bhutiya Kahani या Horror Stories.
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हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है - शापित डायन। यह एक Chudail Aur Daayan Ki Kahani है। तो अगर आपको भी Daravani Kahaniya, Bhutiya Kahani या Horror Stories in Hindi पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।

शापित डायन | Shapit Daayan | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

Shapit Daayan | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi



चुड़ैल रानी," हम अपने हक के लिए कब तक उस डायन के डर से इस गुफा में बंद रहेंगे ? हमें आवाज उठानी होगी वरना वो डायन गांव वालों को उकसाकर हमारे खिलाफ़ ही कर देगी। 

अगर अभी हमने उसे नहीं रोका तो हमारी गिनती कम होने में ज़रा भी देर नहीं लगने वाली है। मेरी बात याद रखना। "

चुड़ैल," चुड़ैल रानी बिलकुल सही कह रही हैं। वो अकेली डायन पूरे गांव वालों को हमारे खिलाफ़ भड़का रही है और तो और अपने जादू से उन सबका इलाज करती है। "

चुड़ैल रानी," इसलिए मैंने ये फैसला किया है कि परसों अमावस की रात है। इस अमावस की रात को हम पूरे गांव पर हमला करेंगे और उस डायन को हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर देंगे। हा हा हा...। "


बाकी सब चुड़ैल (एक साथ)," हाँ हाँ, हम बदला लेंगे। उस डायन को मटके में कैद कर देंगे। पूरे गांव वालों को फिर से अपना गुलाम बना लेंगे। 

हाँ हाँ, हम सब मिलकर उस डायन से बदला लेंगे। हाँ हाँ बदला लेंगे, हाँ हाँ बदला लेंगे। "


गांव में...
कांता," डायन रानी, देखो ना मेरे बेटे को सांप ने काट लिया है। इसका सारा बदल नीला पड़ गया है। इसके मुँह से छाग भी आ रहा है। मैं आपके हाथ जोड़ती हूँ डायन रान, मेरे बेटे को बचा लो। "

डायन रानी," अरे कांता ! परेशान क्यों होती है ? मैं हूँ ना... कुछ नहीं होने दूंगी मैं तेरे बेटे को। ला, अपने बेटे को मेरी गोद में लिटा दे। "

डायल रानी की बात मानकर कांता ने अपने बेटे को उसकी गोद में लिटा दिया। डायन रानी ने अपनी आंख बंद कर मंत्र पढा और उसका सिर सहलाया तो वो होश में आ गया। बेटे को होश में आते ही कांता बहुत खुश हो गई।

हरिया," डायन रानी आप यहाँ..? किसी को भेज देती तो मैं खुद ही आ जाता और बकरों को आपके घर भिजवा देता। अपने यहाँ आने का कष्ट क्यों किया ? "

डायन रानी," हरिया, मैं इतने सालो से तुम्हारी दुकान पर आ रही हूँ और हर बार तुम मुझे यही कहते हो। 

अरे ! जब तुम इंसान लोग अपनी सब्जियां लेने खुद बाजार जाते हो तो फिर मैं अपना खाना लेने खुद बाज़ार क्यों नहीं आ सकती, बोलो भला ? "

हरिया डायन रानी की यह बात सुनकर जोर-जोर से हंसने लगता है।

शम्भू," कोई मेरे घर की आग बुझा दो। मेरा नया घर जल रहा है।
डायन रानी, मेरी मदद करो। मेरे घर की आग बुझा दो। 

अगले हफ्ते मेरी बहन की शादी है अगर कुछ नहीं किया तो मेरी बहन का घर बसने से पहले ही टूट जाएगा। "

डायन रानी," मैं कुछ नहीं कर सकती हूँ। तुम्हे तो पता ही है मेरा जादू आग पर काम नहीं करता है। "

डायन रानी की बात सुनकर शंभू को समझ आ गया कि उसकी आखिरी उम्मीद ने घर को बचाने से मना कर दिया। 

शम्भू से जब ये सदमा बर्दाश्त नहीं हुआ तो वो बिलखते हुए अपने जलते हुए घर के अंदर चला गया और ज़ोर से चीखने लगा क्योंकि वो खुद भी आग की चपेट में आकर जलने लगा था। "


अमावस की रात...
डायन रानी," बड़ी तेज़ भूख लग रही है। बहुत दिनों के बाद इन ताजा बकरों का खून पियूंगी। मैं फिर से जवान हो जाउंगी। हा हा हा...। "

अगले ही पल डायन ने अपने गले से पहना हुआ हरे रंग का हार उतार कर रख दिया। हार के उतारते ही डायन रानी फिर से अपनी असली रूप में आ गई। 

बेहद डरावनी... मानो जैसे सूखे हुए कंकाल पर मांस का लोथड़ा चिपका हुआ हो। डायन रानी का भयानक रूप देखते ही बकरे भी डर के मारे छटपटाने लगे। 


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लेकिन डायन रानी ने एक झटके में बकरों को पकड़ लिया और अपने नुकीले दांत चुभाकर बकरों का खून पी लिया। 

बकरों का खून पीने के बाद डायन रानी ने अपना हार दोबारा पहनना चाहा लेकिन वह हार चोरी हो चुका था।

डायन रानी," मेरा... मेरा हार किसने चुरा लिया ? मैंने तो यहीं रखा था फिर कहां जा सकता है ? अगर वो हार मैंने नहीं पहना तो अनर्थ हो जाएगा। "

दूसरी तरफ...
चुड़ैल रानी," खुशी मनाने का ये वक्त सही नहीं है। अभी हमने बस उस डायन का हार चुराया है लेकिन उसे जान से मारना अभी बाकी है। इसलिए यह मत समझना कि हम लोग ये लड़ाई जीत चुके हैं। "

चुड़ैल," चुडैल रानी बिलकुल सही कह रही हैं। आज रात अमावस्या की रात है। आज उसकी शक्तियां हमसे बहुत ज्यादा होंगी लेकिन उसके पास इस हार के ना होने से वो अपनी हिफाजत नहीं कर सकती है। "

चुड़ैल रानी," तो चलो अब गांव वालों को अपनी शक्तियां दिखाते हैं और फिर से पूरे गांव को अपना गुलाम बनाते हैं। "

चुड़ैल रानी बाकी चुड़ैलों के साथ मिलकर पूरे गांव को चारों तरफ से घेर लेती है और अपने मुँह से आग उगलते हुए पूरे गांव को जलाने लगती है। 

गांव वाले भी मौत के डर से चीखते हुए इधर-उधर भागते हैं। चुड़ैल एक-एक करके उड़ती हुई नीचे आती और जमीन से गांव वालों को उठकर ऊपर हवा में ले जाती और फिर उनका मांस खाती और बचे शरीर को वापस नीचे जमीन पर फेंक देतीं। "


इतने मैं वहां डायन रानी आ जाती है।

डायन रानी," मैं कहती हूँ इन गांव वालों को परेशान करना बंद करो वरना मैं तुम्हें मौत के घाट उतार दूंगी। "

चुड़ैल रानी," अरे ! मेरी मौत का छोड़, तू अपनी मौत का देख।
तुम्हारा हार तो अब मेरे पास है फिर तो तू खुद की जान की हिफाजत कर लें, मेरी बहना। "

डायन रानी," बहन मत बोल मुझे। मैं तेरी बहन नहीं, तेरी मौत हुँ जिससे तू अब ना तो छिप सकती है और ना भाग सकती है। 

तुझे क्या लगा था... तू मेरा हार चुरा लेगी तो मेरी शक्तियां कमजोर पड़ जाएगी ? 

नहीं... वो हार तो बस मेरे असली रूप को छुपाता है, मेरी शक्तियां को कमजोर नहीं करता। समझी चुड़ैल रानी..? "

डायन रानी की बात सुन चुड़ैल रानी भी अपने मुँह से आग उगलते हुए लोगों को जिंदा जला रही थी। 

अब एक तरफ चुड़ैल रानी अपनी बची कुची चुड़ैलों के साथ होती है और दूसरी तरफ डायन रानी जोकि गांव वालों की जान बचाने के लिए चुड़ैल रानी से लड़ रही होती है।

चुड़ैल रानी," जो लोग अपनी मौत के डर से तेरे पीछे छिपे हैं, वही लोग तेरा असली रूप देखने के बाद तेरे से दूर भागने लगेंगे। "

इतना कहकर चुड़ैल रानी अपने पैरों के नीचे डायन रानी का हार कुचलकर तोड़ देती। हार के टूटते ही डायन रानी वापस से अपने असली रूप में आ जाती है जिसे देखकर गांव का एक भी इंसान‌ उससे दूर नहीं भागा बल्कि डायन रानी के पीछे हिम्मत से खड़ा रहा।

डायन रानी," तूने हार को तोड़कर मुझे श्राप से मुक्त कर दिया। "

इतना कहकर डायन रानी अपनी पूरी जी जान से अपनी शक्तिओं का आह्वान करती है जिसकी वजह से आसमान में ढेर सारी बिजलियां कडकने लगती हैं। 

और अगले ही पल सारी बिजलियाँ एक साथ इकट्ठा होगा डायन रानी पर जाकर गिरती हैं जिससे डायन रानी अपने विकराल रूप में आ जाती है। पहले से और बडी और ज्यादा खूंखार।

चुड़ैल," भागो... अपनी जान बचाओ वरना डायन रानी का यह विकराल रूप हममें से किसी को जिंदा नहीं छोड़ेगा। "

डायन रानी," तुझे इंसानों की चीखें सुनने में बड़ा मज़ा आता है ना ? तो अब ये इंसान तेरी चीखें सुनेंगे। "

चुड़ैल रानी," मुझे माफ़ कर दो। मैं वादा करती हूँ फिर कभी उस गुफा से बाहर नहीं निकलूंगी। तू तो मेरी छोटी बहन है ना ?अपनी दीदी को माफ़ नहीं करेगी ? "


डायन रानी," दीदी..? आज जब मरने की बारी आई तो रिश्ता याद आ गया। जब मेरा हार चुराया था, मुझे मारने के लिए अपनी चुड़ैलों की सेना लेकर आई थी तब ये रिश्ता याद नहीं आया था तुझे। "

इतना कहते हुए डायन रानी अपनी विशाल छड़ी हवा में घूमती है जिसमें से आज का एक गोल निकलता है और चुड़ैल रानी के ऊपर जकार्ता है जिससे चुड़ैल रानी की चीख के साथ मौत हो जाती है।

चुडैल रानी के मरते ही डायन रानी वापस लड़की के रूप में आ जाती है।

डायन रानी," 150 साल पहले मुझे श्राप मिला था। अगर मैंने अपना जादू आग के खिलाफ़ इस्तेमाल किया तो उस आग में मैं भी जल जाउंगी। 

इसलिए मैंने मरने के डर से कभी आग के खिलाफ़ अपना जादू इस्तेमाल नहीं किया था। शायद अब वक्त आ चुका है। "

डायन रानी अपनी आंखें बंदकर हवा में उड़ने लगती है। उसके होंठ लगातार मंत्र का उच्चारण कर रहे थे कि अचानक वह अपनी आंखें खोलती है और घरों में लगी हुई आज सीधे उड़कर डायन रानी के पास आ जाती है और उसे जलाने लगती है।

ऐसे ही करके पूरे गांव की आग बुझ गई थी लेकिन एक अकेली डायन आग के बीच में जल गई जिसे देख गांव में उदासी का माहौल छा गया।


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हरिया," अब कौन हमारे दुख को दूर करेगा ? कौन हमारे बच्चों की हिफाजत करेगा, उन्हें अच्छी बातें बताएगा...कौन ? "


तभी एक जोरदार बिजली चमकी और हल्का सा डायन रानी का चेहरा दिखाई दिया।

हरिया (खुशी से)," हुर्रे ! डायन हमारी रक्षा करने के लिए वापस आ गयी है। "


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